पाली

राजस्थान राज्य में स्थित पाली शहर को औद्योगिक शहर के नाम से भी जाना जाता है। यह पाली जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। यह प्रसिद्ध पर्यटक केन्द्र बाँदी नदी के किनारे पर बसा है। पूर्व में इस जगह को पल्लिका और पल्ली नामों से भी जाना जाता था। प्राचीनकाल में यहाँ पर निवास करने वाले पालीवाल ब्राह्मणों की वजह से इस स्थान का नाम पाली पड़ा। यह स्थान अपने कपड़ा उद्योग के लिये जाना जाता है और प्राचीन समय से ही प्रमुख व्यापार केन्द्र रहा है।यह जगह विभिन्न प्रकार के जैन मन्दिरों, किलों, बगीचों और संग्रहालयों के लिये प्रसिद्ध है। नवलखा मन्दिर पाली का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। इसे नवलखा जैन मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है और यह अपने सुन्दर वास्तुकला के लिये प्रसिद्ध है। यह जैन मन्दिर 23वें जैन तीर्थांकर को समर्पित है। पाली के अन्य महत्वपूर्ण तीर्थस्थल परशुराम महादेव मन्दिर, चामुण्डा माता मन्दिर, सोमनाथ मन्दिर और 

पाली के अन्य आकर्षण

मन्दिरों के अलावा पाली का बाँगर संग्रहालय भी उल्लेखनीय स्थल है। यह संग्रहालय शहर के पुराने बस स्टॉप के पास स्थित है। पर्यटक यहाँ ऐतिहासिक वस्तुओं, प्राचीन सिक्कों, शाही परिधान और गहनों के दुर्लभ संग्रह को देख सकते हैं। पर्यटक पाली शहर के केन्द्र में स्थित लखोटिया गार्डेन भी जा सकते हैं। इस बगीचे में एक प्राचीन शिव मन्दिर है जहाँ भक्तों का ताँता लगा रहता है।
पाली में कई सीढ़ीदार कुएँ हैं जिन्हें स्थानीय लोग बावड़ी कहते हैं। इनमें से हर सीढ़ी पर शानदार डिजाइन की सजावट होती है। सजोट पाली को एक लोकप्रिय आकर्षण है जहाँ पर वृहद स्तर पर हिना की खेती होती है। हिना एक पौधा है जिसके लेप का उपयोग शरीर के हिस्सों पर अस्थाई डिजाइन बनाकर श्रृंगार के लिये होता है। इसके अलावा निम्बो का नाथआदीश्वर मन्दिर और सूर्यनरायण मन्दिर यहाँ के प्रमुख प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हैं।